12 मई को मनाई जाएगी बुद्ध पूर्णिमा
बुद्ध पूर्णिमा, जिसे बुद्ध जयंती के नाम से भी जाना जाता है, साल 2025 में 12 मई, सोमवार को मनाई जाएगी। यह दिन भगवान बुद्ध की जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण का प्रतीक माना जाता है।
बुद्ध पूर्णिमा का महत्व
भगवान गौतम बुद्ध ने मानवता को करुणा, अहिंसा और सत्य का मार्ग दिखाया। उनके उपदेश आज भी करोड़ों लोगों को प्रेरणा देते हैं। बुद्ध पूर्णिमा के दिन स्नान, दान और ध्यान का विशेष महत्व होता है।
शुभ मुहूर्त (Muhurat) 2025 में
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 11 मई 2025 को रात 11:35 बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 13 मई 2025 को रात 01:55 बजे
पूजा का श्रेष्ठ समय: 12 मई को सुबह 04:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
स्नान व दान का मुहूर्त: 12 मई को सूर्योदय से पूर्व 04:15 AM से 06:00 AM तक
बुद्ध पूर्णिमा की पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
घर या बुद्ध विहार में भगवान बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाएं।
धूप, पुष्प और फल चढ़ाकर बुद्ध की वंदना करें।
‘बुद्धं शरणं गच्छामि’ मंत्र का जाप करें।
जरूरतमंदों को वस्त्र, अन्न या धन का दान करें।
दान और धर्म का संदेश
बुद्ध पूर्णिमा के दिन किया गया दान और पुण्य कई गुना फलदायक होता है। इस दिन गरीबों को भोजन कराना, वस्त्र देना और गौ सेवा जैसे कार्यों को अत्यंत शुभ माना जाता है।
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