मालिक (2025): राजकुमार राव का सबसे खतरनाक अवतार एक रॉ और रियल गैंगस्टर ड्रामा में

राजकुमार राव की फिल्म मालिक (2025) एक जबरदस्त हिंदी गैंगस्टर थ्रिलर है, जो सत्ता, बदले और बगावत की आग से जलती है।

मालिक (2025): राजकुमार राव का सबसे खतरनाक अवतार एक रॉ और रियल गैंगस्टर ड्रामा में

मालिक (2025) सिर्फ एक फिल्म नहीं है, यह एक जंग का ऐलान है — उस सिस्टम के खिलाफ जिसने आम आदमी को सिर्फ कुचला है, सुना नहीं।

निर्देशक पुलकित इस बार लेकर आए हैं एक कड़क, बिना चमक-दमक वाली फिल्म जो सीधे दिल और ज़मीर पर वार करती है।
और इसमें जान फूंकी है राजकुमार राव ने — जो इस बार एक ऐसे किरदार में हैं जो ना हीरो है, ना विलेन — वो है “दूसरा वाला”, जो हक़ मांगता नहीं, छीनता है

"हम वो नहीं जो लाइन में लगें, हम वो हैं जो लाइन बनाते हैं।”
मालिक (ट्रेलर से)

🎭 कहानी और किरदार

कहानी शुरू होती है उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद की गलियों से, जहाँ एक सीधा-सादा लड़का अपने पिता को सिस्टम के आगे टूटते हुए देखता है। लेकिन वक्त के साथ वो लड़का बदलता है — और बनता है मालिक

राजकुमार राव इस किरदार में पूरी तरह बदल गए हैं। आँखों में गुस्सा, चेहरे पर दर्द, और डायलॉग्स में आग। उनके हर सीन में कुछ कच्चा, कुछ सच्चा है — जो दिल को चीरता है।

मानुषी छिल्लर, हुमा कुरैशी, और प्रोसेनजित चटर्जी जैसे कलाकारों ने भी अपने रोल में मजबूती दिखाई है। सौरभ शुक्ला एक धूर्त नेता के रूप में डर पैदा करते हैं।


🎶 संगीत और सिनेमैटोग्राफी

सचिन-जिगर का संगीत फिल्म की आत्मा को जिंदा करता है।

  • नामुमकिन” – एक हौसले से भरा गीत

  • मालिक टाइटल ट्रैक” – ऐसा लगता है जैसे आग का फव्वारा कानों में उतर रहा हो।

लोकेशंस भी शानदार हैं – कानपुर, वाराणसी, इलाहाबाद की गलियाँ, टूटी दीवारें और पोस्टरों से सजे पॉलिटिकल गलियारों को देखकर लगता है मानो हम खुद वहीं खड़े हैं।


🎥 निर्देशन और पटकथा

पुलकित का निर्देशन सीधे मुद्दे पर वार करता है।
यह फिल्म कोई मेकअप किया हुआ फैंटेसी नहीं है, बल्कि एक कड़वी, लेकिन ईमानदार कहानी है — जहाँ इंसाफ सिर्फ किताबों में मिलता है, हकीकत में नहीं।


📅 रिलीज डेट:

मालिक सिनेमाघरों में 11 जुलाई 2025 को रिलीज़ हो रही है। यह सिर्फ एक रिलीज़ नहीं — यह एक बयान है।


🌟 निष्कर्ष:

अगर आप ऐसी फिल्में देखना चाहते हैं जो दिल को झकझोर दें, जो सच को बिना फिल्टर दिखाएं, और जिसमें एक आदमी की बगावत, इंसाफ की भूख बन जाए — तो मालिक आपके लिए है।

राजकुमार राव इस फिल्म में सिर्फ अभिनय नहीं कर रहे — वो जला रहे हैं।
सिस्टम, अन्याय, और चुप्पी — तीनों को।


🗣️ एक पंक्ति में:

“मालिक” एक फिल्म नहीं, वो चीख है — उस आदमी की, जो अब और सहना नहीं चाहता।

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